Brother & Sister

प्रिये…तुम मैं हूँ, मैं तुम हूँ
तुम्हारे बिन मैं अधूरी, मेरे बिन तुम अधूरे…

तुम मेरे दोस्त हो, जो मेरी हिम्मत है
मेरे एक आवाज़ देने पर तुम मेरे साथ हो

तुम मेरी माँ हो जो इतनी फिक्र करते हो,
मेरी एक आंह पर तुम्हें दर्द होता है

तुम मेरे पिता हो जो एक मार्गदर्शक की तरह काम करते हो
मेरे गिरने पर फिर से उठ और आगे बढ़ने का हौंसला देते हो।

तुम मेरे भाई हो, जो सब खुशियां देते हो
जब परेशान हो जाऊं तो साथ मिलकर सुलझाते हो

तुम मेरी बहन हो जो हर गलती माफ़ करते हो
मेरी खुशी में खुश और मेरे ग़म को अपना बना लेते हो।

तुम मेरे प्रेमी हो जो मुझे लाखों में एक बनाते हो

तुम मैं हूँ,मैं तुम हो
तुम्हारे बिना मैं अधूरी, मेरे बिना तुम अधूरे…

_ज्योति सिंह जैनी